दर्द और दिल का पुराना रिश्ता है
कातिल से अब उसका चेहरा मिलता है।
जख्म रिसता है तो हौसला मिलता है।
उसकी उल्फत, उसकी वफा का आलम न पूछ
न जाने किससे वो इतने फरेब सिखता है।
जान लेने के बाद कत्ल करने की उसकी अदा
चेहरे पर न जा वो बडा मासूम दिखता है।
आज भी मिलता है वो मुझसे यूं ही अक्सर
दर्द और दिल का तो ये पुराना रिश्ता है।
bahut khoob, bahut khoob sir
जवाब देंहटाएंsach me dard aur dil ka rishta to janm janmantar ka hain...
जवाब देंहटाएंशुक्रिया राहुल और अरूण तुमसे बेहतर इस दर्द को कौन समझ सकता है
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