शुक्रवार, 1 फ़रवरी 2013


तो मैं घर जाउंगा

तेरे लिए इस जमाने से मैं लड जाउंगा।
साथ हो तो साथ चलो वरना मै डर जाउंगा।
बरसती रहीं शबे नम निगाहें सारी रात
उम्‍मीदों की बारिश थमे तो मैं घर जाउंगा।
 तुम मुझे यूं ही  वजह-बेवजह कुरेदा करो,
गर ये जख्‍म भर गया तो मैं मर जाउंगा।

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